'' काव्यवन ''
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लव शायरी :-
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ढंक रही थी खुद को.....वो दुपट्टे से बार बार ...
भला रात छुपा सकती है ,️ कभी हुस्न चांद का ..!
मुझे मोहब्बत में नाकामी की रस्म तोडनी है,,
तुम्हारे सीने से लगकर ये दुनिया छोडनी है...,,
खूबसूरती न सूरत में होती हैं न लिबास में
बस निगाहें जिसे चाहें उसे हसीन कर देती है
मेरी ज़िंदगी की किताब में। हर अध्याय तुम्हारा है।
कहानी तो मेरी है । हर पन्ने पे नाम तुम्हारा है।
मेरी किसी भी शायरी में तेरा नाम नहीं है..
तू बस दिल में है, सरेआम नहीं है
हुआ था शोर पिछली रात को, दो चाँद निकले हैं,
बताओ क्या जरूरत थी तुम्हे छत पर निकलने की।
जरूरत से ज्यादा बेमिसाल हो तुम
थोड़ी सांवली हो पर बवाल हो तुम
*अगर मिलती मुझको दो दिन की बादशाही साहेब।*
*तो मेरी सियासत में तेरी तस्वीर के सिक्के चलते।*
उसके होंठ ही काफी थे होश उडाने को,
कयामत तो तब हुई, जब वो काजल लगाने लगी ।।
...होती नहीं है मोहब्बत सूरत से;
मोहब्बत तो दिल से होती है;
सूरत उनकी खुद-ब-खुद लगती है प्यारी
कदर जिनकी दिल में होती है
क्योंकि इस दिल को , तेरी जरुरत हद से भी ज्यादा है,,
।। कैसे सीने से लगाऊँ किसी और के हो तुम,,
मेरे होते तो बताता मोहब्बत किसको कहते हैं ।।
सुनो..वैसे तो “तुम” मेरी “पहली” पसंद हो..
मगर मैंने “चाहा” है तुम्हें अपनी “आख़री” मौहब्बत की तरह..कोई दिल से ..दुआ करे तो ..कुछ बात बने...
जुबान से तो ..हर कोई कह देता है ..“खुश रहो... तेरी हाथों की मेहँदी देखकर हम फ़िदा हो गयें...,
सीना खाली रह गया और दिल तुम ले गयें...!
आ जाते हैं वो रोज हमारे ख्वाबों में,
जो कहते हैं, हम तो कहीं जाते ही नहीं है।
मैं कुछ न कहूँ और तुम सब समझ जाओ...
बस इतना सा इश्क तेरे रग रग में घोलना है...
मेरी दुनिया को दुनिया से ही फुरसत नहीं••||
सुबह उठ कर तुम्हारा मैसेज देखना
रेगिस्तान में पानी देखने के बराबर खुशी देता है।
बड़ी फुरसत में है आज हम तीनो ,,
तुम , इतवार और मैं••||
इश्क़ का कोई लोकतंत्र नहीं है
वरना धरना देकर तुझे अपना बना लेते
रूठना मत कभी हमसे, मना नही पायेंगे
तेरी वो कीमत है मेरी जिंदगी में,
कि शायद हम अदा नहीं कर पायेंगे ।
जब "पूछती" है वो की "मीठे" में क्या "लेंगे" आप...!!
तो कमबख्त ये "निगाहें" उनके "लबों" पर जा "ठहरती" है...!!
अब हमने भी कलम रखना सीख लिया है जिस दिन कोई कहेगा ना कि हम तुम्हारे हैं कसम से साइन करवा लेंगे।
बड़ा मतलबी हूं मैं ,,
तुम्हे रोज मांगता हूं , सिर्फ अपने लिये••||
तुम भी कमाल करते हो ,,
जवाब जानते हुए भी सवाल करते हो••||
थकान सारी दुनिया , सुकून सिर्फ तुम हो ;
फरेबी सारी दुनिया , यकीन सिर्फ तुम हो••||
तुम्हारे बिना में जी नही सकता
बस मुझे मरने की कोई वजह मत देना
चाँद तारे तो अपने बजट में नहीं आते,
कभी फुर्सत निकालो तो तुम्हें केदारनाथ घुमादे...
मेरे नाम के साथ तेरे नाम का सहारा चाहिए ,,
समझ गये तुम या कुछ और इशारा चाहिए••||
मैं ठहरा छात्र प्राइमरी स्कूल का
तुम कान्वेंट स्कूल की कवीन प्रिय
अवेंजर्स तुम्हारे हीरो हैं
मैं महाराणा प्रताप का फैन प्रिय..
तुम सा दुसरा कोई इस जमी पर हुआ, तो रब से शिकायत होगी
तुम्हारी तरफ रुख किसी गैर का हुआ, तो कयामत से पहले कयामत होगी
सूरत तो फिर भी सूरत है,
मुझे तो तेरे नाम के लोग भी अच्छे लगते हैं।..
तेरी आँखों में कुछ ऐसा नशा है...
तुम दिल में , दिल आंखों में बसा है...
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shayri